चार घंटे तक चली वार्ता के बाद भी काम पर नहीं लौटे एचसीसी वर्कर —
पीपलकोटीः विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना का निर्माण कर रही एचसीसी कंपनी प्रबंधन ने जब वर्करों की यूनियन को गलत करार दिया तो वर्करों में आक्रोश है। मंगलवार को कंपनी प्रबंधन परिसर में चार घंटे तक प्रशासन की मध्यस्थता में हुई वर्करों और कंपनी प्रबंधन के बीच बैठक बेनतीजा रही।
बीते वर्ष अक्तूबर माह के वेतन का भुगतान करने, बोनस और मेडिकल सुविधा दिए जाने की मांग को लेकर 12 नवंबर से एचसीसी के करीब 600 वर्कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। तब से परियोजना के डैम और पावर हाउस साइड काम ठप पड़ा हुआ है।
मंगलवार को चमोली तहसील के तहसीलदार धीरज राणा, पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह और थानाध्यक्ष कुलदीप रावत की मध्यस्थता में एचसीसी के अधिकारियों और वर्करों के बीच बैठक हुई।
एचसीसी के परियोजना प्रबंधक साजित कुमार ने बताया कि जो वर्कर हड़ताल पर हैं, उनकी यूनियन पंजीकृत नहीं है। जिस पर वर्कर भड़क गए। हड़ताल कर रहे वर्कर यूनियन के अध्यक्ष शेखर चंद्र और सह सचिव विवेकानंद हटवाल ने कहा कि उनकी यूनियन पूरी तरह से पंजीकृत है।
न्यायालय की ओर से भी उनकी यूनियन को सही ठहराया गया है। बावजूद इसके कंपनी की ओर से उनकी यूनियन को गलत ठहराकर स्थानीय लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है। कहा गया कि जब तक यूनियन का विवाद समाप्त नहीं हो जाता, तब तक काम पर नहीं लौटेंगे।